| 1. | इसे रद्देवार, चौरस, ढोका चिनाई कहते हैं।
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| 2. | दूरी रद्देवार, अनगढ़, ढोका चिनाई कहलाती है।
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| 3. | ढोका चिनाई में टोड़े या धुर पत्थर लगाकर बंधन प्राप्त किया जाता है।
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| 4. | दीवार का शेष ईंट चिनाई या ढोका चिनाई से ही बनाया जाता है।
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| 5. | ढोका चिनाई प्राय: दो प्रकार की होती है: रद्देदार चिनाई और बेरहा चिनाई।
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